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जैसलमेर नगरपरिषद या नगरपालिका ? : मुकेश पनिया की एक्सस्क्लूसिव रिपोर्ट


नगरपरिषद के आला अधिकारियों की जिम्मेदारी में चूक !
क्यों नजर बंद कर बैठे हैं नगरपरिषद के अधिकारी ?  

जैसलमेर। नगरपालिका को नगरपरिषद में क्रर्मोन्नत हुए लगभग 6 साल हो गए लेकिन आज भी बाहर से आने वाले पर्यटक यही समझते हैं कि हम नगरपालिका जैसलमेर में हे ना की नगरपरिषद जैसलमेर में।

जैसलमेर शहर के कई इलाकों पर नजर डालें तो जो होर्डिंग स्वागत के लिए लगे हुए हैं उसके नीचे आज भी नगरपालिका मंडल आपका स्वागत करती है लिखा हुआ है ।

नगरपरिषद जैसलमेर ने कागजों में तो परिषद लिखना शुरु कर दिया मगर परिषद के जिम्मेदार आज भी इस बात से न जाने क्यों अनजान बने बेठे है ? जबकि इतनी बड़ी गलती न तो भूतपूर्व चैयरमेन को दिखाई दी और न ही वर्तमान चैयरमेन साहिबा को । यहां तक कि नगरपरिषद प्रशासन भी इस बड़ी गलती को नजरअंदाज कर गया और किसी का ध्यान नहीं गया । जबकि बड़े अक्षरों में गलती दिखाते इस बड़े होर्डिंग्स के नीचे से जिला प्रशासन सहित कई जनप्रतिनिधि निकले होंगे लेकिन किसी का ध्यान नहीं गया ।

इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के जरिए बहुत बड़ा सवाल हे नगरपरिषद को चाहिए कि वो अपनी कुंभकर्णी नींद से जागे और नगरपालिका को नगरपरिषद बनावे ताकि लोगों को लगे कि जैसलमेर भी नगर परिषद का क्षेत्र हे।
जैसलमेर नगरपरिषद या नगरपालिका ? : मुकेश पनिया की एक्सस्क्लूसिव रिपोर्ट जैसलमेर नगरपरिषद या नगरपालिका ? : मुकेश पनिया की एक्सस्क्लूसिव रिपोर्ट Reviewed by wadhwani news on March 02, 2018 Rating: 5

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