— नए घर में जाने की कुछ झिझक, तो आश्रम छोड़ने का रंज
— शगुन और उपहार देकर नई जिंदगी की देंगे शुभकामना
— गणेश लाने और घृतपान की रस्म अदा
जोधपुर । लव-कुश अनाथ आश्रम ने जिन छह बेटियों को बीस साल तक पाला-पोषा और संस्कारित किया, वे बेटियां अब जल्दी ही विवाह बंधन में बंध जाएगी। होश संभालने के बाद अपने को आश्रम में पाकर भी ये बेटियां निराश नहीं हुई। इन्हें यहां माता-पिता और बड़ों जैसा स्नेह मिला। बीस साल में उन्होंने आश्रम को ही अपना सबकुछ समझा। यहां पढ़ीं, खेली-कूदी, अठखेलियां की और देखते ही देखते बड़ी हो गईं। अब जबकि 29 अक्टूबर को गीता, रेखा, गायत्री, पूजा, एकता और राधा की शादी हो जाएगी तो उन्हें नए घर में जाने की कुछ झिझक है तो अपना आश्रम छोड़ने का रंज भी।जिम्मेदारी की काउंसलिंग
आश्रम के संचालक और ससुराल पक्ष के लोग इन बेटियों को ससुराल में रहने के तौर-तरीके और नई जिम्मेदारी संभालने की काउंसलिंग कर रहे हैं। ये छह बेटियां भी आश्रम की अन्य बहनों-भाइयों को आश्रम की मर्यादा, परंपरा और व्यवहार की सीख दे रही हैं। साथ ही अपने आपको नए घर में जाने के लिए मानसिक रूप से तैयार कर रही हैं।नई जिंदगी की शुभकामना
आश्रम के संचालक राजेंद्रसिंह परिहार ने बताया कि वे दहेज लेने-देने में विश्वास नहीं रखते। लेकिन ससुराल में बेटियों का आत्मविश्वास बनाए रखने और घरेलू काम में उपयोग की वस्तुएं और पांच तौला सोना शगुन के तौर पर देंगे। ऐसे में उन्हें देवरानी-जेठानी के तानें भी नहीं सुनने पड़ेंगे।गणेश लाने और घृतपान की रस्म अदा
नवजीवन संस्थान में बुधवार को समारोह की शुरुआत सभी दुल्हनों के घृतपान के साथ हुई। सुबह 7 बजे अभिनव परिहार व मीनाक्षी परिहार ने रातानाडा स्थित गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना की और गणेशजी को लाकर लवकुश शिशुगृह में स्थापित किया गया। संस्था प्रभारी राजेंद्र परिहार ने बताया कि डॉ. विमल राजदान, डॉ. बीडी गुप्ता, डॉ. पीएम कुंभट, महेंद्र लोढ़ा, चंद्रा मेहता आदि ने दुल्हनों को आशीर्वाद दिया। इस दौरान कन्यादान करने वाले सभी परिवार, उनके ससुराल वाले और संस्थान के पदाधिकारी उपस्थित थे।
लव-कुश अनाथ आश्रम में पली पोषी बेटियों के हाथ होंगे पीले, विवाह बंधन में बंधेंगी
Reviewed by wadhwani news
on
October 27, 2017
Rating:
Shadi karma he
ReplyDeleteHy sar me ashish, me apki anath ashram ki beti se vivah karna chahta ho. Please 🙏 mughe reply answar dena
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