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हजारों स्वयंसेवकों द्वारा नगर में हुआ विराट पथ संचलन

हिंदुत्व ही राष्ट्रीयता है - चंद्रशेखर

जैसलमेर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा “जाग्रत हिन्दू महासंगम” के निमित्त जैसलमेर नगर के हजारों स्वयंसेवकों के द्वारा जैसलमेर नगर में विराट पथ संचलन निकाला गया। रविवार दोपहर 1:30 बजे स्थानीय पूनम स्टेडियम से द्विधारा पथ संचलन निकले जो कि नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए गलियों गलियों में से होते हुए गोपा चौक पर दोनों संचालनों का विराट संगम हुआ जिस जगह पर नगरवासियों ने भव्य स्वागत किया और पूरे जोश के साथ नारेबाजी की गई तथा दुबारा संगम स्थानीय गड़ीसर प्रोल पर हुआ। जहां से पुनः द्विधारा में बदल गया एक धारा रेलवे स्टेशन व  वहां से होते हुए कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे। मंच पर संत शक्ति के रूप में बलेटा धाम के संत श्री निर्मल,डॉ दाऊलाल शर्मा विभाग संघचालक, त्रिलोकचंद जिला संघचालक, पूराराम नगर संघचालक रहे।



जिसमें जागृत हिंदू महासंगम कार्यक्रम के पृष्ठभूमि रखते हुए जिला प्रचारक इंद्र सिंह ने बताया कि परमाणु नगरी पोकरण की धरती पर  होने वाले जागृत हिंदू महासंगम  की पूर्व तैयारी हेतु जैसलमेर नगर में  जिस प्रकार से  हिंदुत्व निष्ठ स्वाभिमानी हिंदू  खड़े हो गए हिंदू समाज के लिए शुभ संकेत है। पश्चिमी सीमा वर्ती क्षेत्र जैसलमेर में विधर्मी ताकते हावी हो रही है जिस प्रकार से हिंदू समाज ने चेतन अवस्था में जागृत हो करके खड़ा हो चुका है इससे राष्ट्र को तोड़ने वाली ताकतों के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे तथा वह धराशाही होगी आज संपूर्ण जैसलमेर में हिंदू समाज जिस प्रकार के चैतन्य और जागृत अवस्था में पूरी सिद्धता के साथ खड़ा हो गया है इससे हिंदू समाज में चेतना रूपी जवाहर उत्पन्न हुआ है जिसे निरंतर कायम रखना होगा।

कार्यक्रम के मुख्यवक्ता प्रांतप्रचारक चंद्रशेखर ने अपने उदबोद्धन मे बताया कि हिंदुत्व ही राष्ट्रीयता है, इस विश्व के अंदर एक मात्र धर्म है वह है हिंदू धर्म के सिवाय सभी पंथ और संप्रदाय है वह कोई धर्म नहीं है सारे विश्व का कल्याण करने की भावना रखने वाला दुनिया में एकमात्र हिंदू धर्म ही है हिंदुस्तान में रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति वह हिंदू है उनकी पूजा पद्धति भिन्न-भिन्न हो सकती है लेकिन वह केवल और केवल हिंदू ही है किसी बाहरी आक्रांताओं के कारण या किसी प्रलोभन के कारण अपने पूजा पद्धति भले ही बदल दी हो लेकिन वह हिंदू ही है। संघ के कार्यकर्ता आज जिस प्रकार से गांव गांव ढाणी ढाणी में जिस प्रकार से तैयार हो रहे है यह है जन आंदोलन है। डॉ हेडगेवार ने 1925 में संघ की स्थापना कर उस स्वामी विवेकानंद के कार्य को आगे बढ़ाया। आज जो इस देश को इंडिया कहने से वह राष्ट्रभक्ति की अनुभूति नही होती जो हिंदुस्थान कहने से उत्पन होती है। डॉ हेडगोवर जी ने जब संघ की स्थापना की तब इस देश के तथाकथित लोग मजाक उड़ाते थे कि चार हिन्दू तब एक साथ चलते है जब पांचवां उनके कंधे पर होता है, लेकिन आज जिस प्रकार के संघ के नाते समस्त हिन्दू एक ही ध्वज के समक्ष एकत्र होकर अपनी प्रचंड सखती के रूप में खड़ा हो गया है तब विश्व भी इस शक्ति को मानने लगा है। एक समय था जब इस देश के प्रधानमंत्री भी कहते थे कि मैं दुर्घटनावंश हिन्दू हूँ, हमारे देश के नेतृत्व भी हिंदुत्व को स्वीकारने में हिचकिचाहता था। किसी दुर्बल का भगवान भी सहयोग नही करता भगवान भी उसी का सहयोग करेगा जो अपने आप और धर्म की सुरक्षा करने की क्षमता रखता है।

आज इस देश को बड़े तीन आक्रमणों से गुजरना पड़ रहा है।

कम्युनिष्ट विचारधारा जो कि इस देश मे पढेलिखे युवाओं को भ्रमित करके बड़े बड़े विश्वविद्यालयों में भारत तेरे टुकड़े होंगे इसप्रकार के देश विरोधी रानेबाजी करते है।
जिहादी मानसिकता धर्म युद्ध के रूप में चल रहा है, लव जिहाद, लैंड जिहाद तथा मठ मंदिरों पर आक्रमण हो रहे है।
चर्च में आतंकवाद पनपाना चर्च द्वारा आयोजित जनसंख्या असंतुलन तथा आतंकवाद पनपाना जो जो कि राष्ट्र विरोधी है।
वर्तमान सरकार के बनने के बाद राष्ट्रविरोधी ताकतों को लगा कि हमारी दुकानदारी बंद हो रही है ऐसा लगने पर सब एकजुट होकर देश तोड़ने में लगे हुए है। कुछ तथाकथित लोग जो दलित के नाम पर हिन्दू समाज को तोड़ने में लगी हुई है, बाबा साहब अम्बेडकर के नाम का स्तेमाल करके हमारे ही हिन्दू भाइयों को पथ भ्रमित किया जा कर मुस्लिमों के साथ मिलाया जा रहा है आज मुस्लिम दलित भाई भाई के नारे लगा रहे है।

सभी लोग अम्बेडकर की जीवनी को एकबार अवश्य पढ़ें:-

अम्बेडकर की नकारात्मक मानसिकता लोगों के मन मे बनी हुई है वह सब एक बार अम्बेडकर की जीवनी को अवश्य पढ़ें, अम्बेडकर को जीवन मे कई प्रलोभन मिले की आप मुस्लिम या ईसाई धर्म अविकार करें पर उनको अच्छे से जानकारी थी कि मेरे अनुयायीयों के लिये यह धर्म उचित नही है, इसलिय उन्होंने प्रलोभन नही स्वीकार नही किया।

द्विधारा संचलन का हुआ दो बार संगम:-

संपत स्थान पूनम स्टेडियम पर दोपहर 11:00 बजे हजारों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होकर दो धाराओं में रवाना हुआ जिसमें एक संचलन गीता आश्रम चौराहा अमर सागर प्रोल जिंदानी चौक होते हुए गोपा चोक पहुंचे तथा दूसरा संचालन तालरिया पड़ा शिव रोड होते हुए गोपा चोक पर दोनों संचलन हो का संगम हुआ उसके बाद पुनः आसनी रोड घुटने की चक्की तथा गड़ीसर प्रोल दूसरा दूसरा संचलन बडा होते हुए गड़ीसर प्रोल पर पुणे संगम हुआ जोकि गड़ीसर चौराहा होते हुए बाड़मेर जोधपुर चौराहे पर दोनों संचलन उन्हें भी धारा में परिवर्तित हुआ जिसमें एक रेलवे स्टेशन इंदिरा कॉलोनी तथा दूसरा बाड़मेर रोड से होते हुए आरसीपी के मैदान में सभा स्थल पर पहुंचे जहां पर सार्वजनिक कार्यक्रम हुआ।

जगह जगह हुआ भव्य स्वागत-

जब पथ संचलन में संघ के कार्यकर्ता कंधे से कंधा मिलाकर तथा कदम से कदम मिलाकर जैसलमेर शहर के मुख्य मार्गो से निकल रहे थे तब वहां पर उपस्थित जनसमूह तथा ग्रामीणों जिसमें माताओं बहनो ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। जिससे मुख्य मार्ग फूलों से लद हो गया। जहां जहां से पथ संचलन निकला वहां पर नागरिकों ने एकत्रित होकर पूरे उत्साह के साथ जय घोष लगाए।

रंगोलियां भी बनाई गई-

कार्यक्रम के स्वागत के लिए शहर में जगह-जगह रंगोलियां बनाई जिसमे सेविका समिति, दुर्गा वाहिनी, सखी सहेली आदि संगठनों ने भव्य रंगोलियां बनाई गई है।

भगवां मय हुआ शहर-

जैसलमेर शहर में विराट पथ संचलन निकला की तैयारी में पूरे शहर के मुख्य मार्गो तथा गली मोहल्लों में ओम अंकित पता करो से सजाकर संपूर्ण गांव को भगवान कर दिया जिस से हिंदू समाज में चैतन्य एवं जागृति की अनुभूति महसूस हुई एवं जोश उत्पन्न हुआ

सैकड़ों की संख्या में दर्शक पहुंचे-

पथ संचलन जिन मार्गों से निकला वहां पर एकत्रित शहरवासी सभा स्थल पर सैकड़ों की संख्या में प्रबुद्ध गण पहुंचे और धर्म धरती और समाज के चिंतन मंथन एवं मनन में सहभागी बने।

यह रहे उपस्थित-

केशरसिंह जिला सह कार्यवाह, नरेश आचार्य जिला व्यवस्था प्रमुख, कमल किशोर जिला शारीरिक प्रमुख, हनुमानसिंह महाविद्यालय प्रमुख, मुकेश जोशी नगर कार्यवाह, लालूसिंह सोढ़ा विभाग संयोजक बजरंग दल, शरद व्यास जिला मंत्री सीमाजन, वासुदेव, जेठूदान पवन वैष्णव, एल.एन. नागौरी, ओम खत्री, जयसिंह फुलिया, बाबूलाल व गणपतसिंह आदि उपस्थित थे।



हजारों स्वयंसेवकों द्वारा नगर में हुआ विराट पथ संचलन हजारों स्वयंसेवकों द्वारा नगर में हुआ विराट पथ संचलन Reviewed by wadhwani news on January 14, 2018 Rating: 5

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