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'पधारो म्हारे देश' : मरने और टांगे तुड़़वाने के लिए !

जैसलमेर में पर्यटन पर खतरा

जैसलमेर ।  इस जिले की ही नहीं, देश की अर्थव्यवस्था की रीढ है पर्यटन । पर्यटन से विदेशी मुद्रा का भंडार बढ़ता है और इसमें इजाफे के लिए सरकारों की ओर से विभिन्न प्रयास और नवाचार भी किए जा रहे हैं जिससे विभिन्न स्थानों पर इसमें प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है । जैसलमेर का पर्यटन भी प्रतिस्पर्धा में आगे है और उंचाइयॉं छू रहा है । पर्यटकों को मेहमान माना जाता है और इनके लिए स्वागत गीत गाए जाते हैं, 'पधारो म्हारे देश ।'

'मरने और टांगे तुड़वाने के लिए !

लेकिन इन दिनों जैसलमेर में इन दिनों ऐसी घटनाएं घटी है कि इस पंक्ति के बाद के आश्चर्यजनक सच होगा, 'मरने और टांगे तुड़वाने के लिए !' ऐसा क्यों ? ऐसा इसलिए कि कुछ दिन पूर्व जयपुर घूमने आए अर्जेंटीना के पर्यटक जॉन पाबलो लैंपी एक आवारा सांड के सींग मारने से घायल हो गया और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद जैसलमेर में भी आवारा पशुओं ने सैलानियों को घायल किया । इसके बाद पर्यटकों में दहशत का माहौल बना है तथा इसके दुस्परिणों की चिंताएं सताने लगी है ।

जैसलमेर में घटनाएं

केस — एक :
बुधवार को जैसलमेर में देसी पर्यटक आवारा सांड की चपेट में आने से घायल हो गया। स्थानीय ढिब्बा पाड़ में बंगाल से घूमने आए पर्यटकों में से एक को वहां खड़े एक आवाशा सांड ने चोट पहुंचाई ।
केस —  दो :
गुरुवार को एक ग्रुप के साथ जैसलमेर घूमने आया फ्रांस का एक पर्यटक जीन भी आवारा पशुओं की वजह से गंभीर रूप से चोटिल हो गया। उसके कूल्हे की हड्डी में फ्रेक्चर हो गया। पटवा हवेली में भ्रमण के बाद कुछ दूरी पर जाने पर जीन अपने कैमरे से कलात्मक झरोखों के फोटो खींच रहा था कि अचानक उसके पास भागते हुए आवारा पशु आए। जीन संभल पाता उससे पहले ही वह नीचे गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। यहां इलाज नहीं होने पर उसे दिल्ली ले जाया गया ।
केस — तीन :
शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन तीसरी घटना हुई और एक विदेशी महिला को कुत्ते ने काट दिया। बेल्जियम की रहने वाली 60 वर्षीय फ्लोरेंस शुक्रवार शाम कोे एक म्यूजियम को देखकर होटल की तरफ जा रही थी। बीच रास्ते में एक कुत्ते ने उस महिला के पैर में काट दिया। इसके बाद अस्पताल पहुंचाया।

पर्यटन के लिए खतरा : शर्मसार और चिंता का विषय

उक्त घटनाओं ने पर्यटकों के मन में भय पैदा करने का काम किया है है । इन घटनाओं से पर्यटन पर खतरा पैदा करने की कोशिश की है । पर्यटन को रिझाने वालों पर पर्यटक खीजने लगे हैं । घायल बेल्जियम की फ्लोरेंस ने कहा कि 'थाउजैंड डॉग एंड काऊ , दिस इज जैसलमेर !' पर्यटन शहर ऐसा नहीं होता है। हर तरफ आवारा पशु दिखाई दे रहे हैं। यह पर्यटन के लिए घातक हो सकता है । निश्चित रूप से जिले के लिए यह शर्मसार और चिंता का विषय है ।

घायल जीन का ईलाज क्यों नहीं हुआ ?

जीन के घायल होने पर ट्रेवल एजेंट एस्कॉर्ट उसे तुरंत माहेश्वरी अस्पताल ले गए जहां हड्डी रोग विशेषज्ञ छुट्टी पर था। ऐसे में एक और निजी अस्पताल गए जहां इलाज करने से मना कर दिया गया। सरकारी अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ नहीं है, ऐसे में पहले वहां गए ही नहीं। आखिरकार उन्हें बाद में सरकारी अस्पताल ही जाना पड़ा जहां एक चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार किया। एक्सरे करने पर पता चला कि कूल्हे की हड्डी के नीचे फ्रेक्चर है। जैसलमेर में इलाज नहीं मिलने से जीन बेहद परेशानी के साथ अपनी बीमा कंपनी के सहयोग से दिल्ली रवाना हुआ ।

घायल फ्लोरेंस भी हुई परेशान

कुत्ते काटने से घायल बेल्जियम की महिला को निजी अस्पताल में इलाज नहीं मिलने पर सरकारी अस्पताल आना पड़ा। जहां चिकित्सकों ने घाव पर मरहम आदि लगाकर पट्टी की और एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाया। जवाहर अस्पताल में गंदगी देख विदेशी महिला ने इलाज से मना किया और कहा कि ऐसे अस्पताल में इलाज नहीं कराऊंगी। यह बहुत गंदा है।
'पधारो म्हारे देश' : मरने और टांगे तुड़़वाने के लिए ! 'पधारो म्हारे देश' : मरने और टांगे तुड़़वाने के लिए ! Reviewed by wadhwani news on November 25, 2017 Rating: 5

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